करोड़ों की धनराशि डंप, बिजली विभाग नहीं करा रहा काम
– आयुक्त ने अपर मुख्य सचिव ऊर्जा को लिखा पत्र
– दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई और वेतन से वसूली की सिफारिश
बांदा। बिजली विभाग में गड़बड़झाला का इतना बड़ा जंजाल है कि इसमें जो भी फंसा वह हमेशा के लिए गर्त में चला गया। विभागीय उच्चाधिकारियों ने भी जमकर लापरवाही की। कई वर्षों से डंप करोड़ों की धनराशि का इस्तेमाल नहीं किया गया, जो कार्य कराने के लिए धनराशि दी गई थी, उसमें अभी एक कदम भी नहीं बढ़ाया गया। चित्रकूटधाम मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने अपर मुख्य सचिव ऊर्जा को शिकायती पत्र भेजकर दोषी बिजली अधिकारियों पर न सिर्फ कार्रवाई करने बल्कि वेतन से वसूली किए जाने की सिफारिश की है।
आयुक्त ने अपर मुख्य सचिव ऊर्जा को लिखे गए पत्र में बताया है कि अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग ने वर्ष 2009 में बांदा-बहराइच राज्य मार्ग संख्या 13 के किलोमीटर 312 से 318 के बीच अंडर ग्राउण्ड विद्युत लाइन की शिफ्टिंग के कार्य के लिए 1,16,53,654 रुपए और 3,40,43,000 रुपए अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खंड को उपलब्ध कराई गई थी। इसी तरह अधिषाषी अभियंता राष्ट्रीय मार्ग खंड लोनिवि द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 76 के किमी 215 से 285 के बीच विद्युत लाइन और बिजली पोल शिफ्टिंग के लिए वर्ष 2015 में 1,14,94,000 रुपए अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खंड बांदा को उपलब्ध कराई थी। लेकिन बिजली विभाग के द्वारा इन दोनो परियोजनाओं के कार्य अब तक शुरू ही नहीं किए गए हैं और न ही आज तक यह धनराशि लोक निर्माण विभाग को वापस की गई है। आयुक्त श्री सिंह ने अपर मुख्य सचिव ऊर्जा को लिखे पत्र में यह भी बताया है कि शहर के विभिन्न चौराहों में सुंदरीकरण का कार्य बांदा विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जाना है। बांदा-बहराइच मार्ग के बीचोबीच महाराणा प्रताप चौक स्थित है, इसके सुंदरीकरण का कार्य भी कराया जाना प्रस्तावित है। लेकिन बिजली विभाग द्वारा उक्त मार्ग में वर्ष 2009 से अब तक बिजली विभाग द्वारा बिजली पोलों व ट्रांसफार्मर को अंडरग्राउंड शिफ्ट न किए जाने के कारण सुंदरीकरण का कार्य पूरी तरह से बाधित है। जबकि विभिन्न बैठकों में अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण खंड, अधिशाषी अभियंता लोनिवि तथा अधिशाषी अभियंता बांदा को इस बारे में निर्देशित भी किया गया, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा अभी तक इन परियोजनाओं से संबंधित कार्य शुरू तक नहीं किए गए। नाराज चित्रकूटधाम मंडलायुक्त ने अपर मुख्य सचिव ऊर्जा को लिखे पत्र में दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई किए जाने और वेतन से वसूली किए जाने की सिफारिश की है। आयुक्त का कहना है कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।