मुनव्वर राणा का निधन, साहित्य जगत में शोक की लहर
लखनऊ, 15 जनवरी 2024: उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राणा का रविवार देर रात लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। राणा पिछले कई दिनों से पीजीआई में भर्ती थे।
मुनव्वर राणा का जन्म 1952 में उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रामपुर में ही प्राप्त की। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से उर्दू में स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
मुनव्वर राणा ने अपने साहित्यिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पुरस्कार जीते। उन्हें 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें माटी रतन सम्मान, कविता अकादमी पुरस्कार, इफ्फक पुरस्कार आदि से सम्मानित किया गया था।
मुनव्वर राणा की कविताएँ उनकी गहरी भावनाओं और विचारों को दर्शाती हैं। उन्होंने प्रेम, प्रकृति, देशभक्ति, सामाजिक मुद्दों आदि पर कविताएँ लिखीं। उनकी कविताएँ सरल और सुबोध भाषा में लिखी गई हैं।
मुनव्वर राणा के निधन से साहित्य जगत को एक बड़ा नुकसान हुआ है। उनकी कविताएँ हमेशा लोगों के बीच लोकप्रिय रहेंगी।