हमीरपुर और महोबा की दिनभर की बड़ी खबरें – 22 अप्रैल 2025
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के दो महत्वपूर्ण जिलों – हमीरपुर और महोबा – से 22 अप्रैल 2025 को कई बड़ी खबरें सामने आईं। एक ओर जहां तापमान ने गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, वहीं दूसरी ओर अपराध और सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं भी चिंता का विषय बनी रहीं। आइए इन खबरों को विस्तार से समझते हैं।
1. हमीरपुर और महोबा में प्रचंड गर्मी का कहर
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। 22 अप्रैल 2025 को हमीरपुर और महोबा जिलों में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिनभर की तपती दोपहर और झुलसाती हवाओं ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया। सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा हमीरपुर के कुपरा गांव से सामने आया, जहां तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह सिर्फ मौसम की मार नहीं बल्कि लोगों की सहनशक्ति की भी परीक्षा थी।
हमीरपुर शहर का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोग दोपहर में घरों से निकलने से बचते नजर आए। दफ्तरों और बाजारों में भी उपस्थिति में गिरावट देखने को मिली। बच्चों और बुजुर्गों को खास तौर पर इस बढ़ती गर्मी से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामलों में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
वहीं महोबा में अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि यहां के हालात हमीरपुर से कुछ बेहतर रहे, लेकिन गर्मी का प्रकोप साफ नजर आया। ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी और बिजली कटौती ने लोगों की समस्याओं को और बढ़ा दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक तापमान में और बढ़ोत्तरी संभव है।
कुपरा गांव की स्थिति सबसे भयावह रही। यहां दोपहर के समय तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे स्थानीय निवासियों में हड़कंप मच गया। बच्चों, वृद्धों और श्रमिकों की स्थिति बेहद नाजुक रही। अधिकतर लोग पेड़ों की छांव या घरों में कैद होकर रह गए। प्रशासन की ओर से भीषण गर्मी को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
2. दमकल विभाग का जागरुकता अभियान
महोबा जिले में गर्मी के चलते आग लगने की घटनाओं में संभावित बढ़ोत्तरी को ध्यान में रखते हुए दमकल विभाग ने एक सराहनीय कदम उठाया है। जिले में अग्निशमन सुरक्षा को लेकर विशेष जागरुकता अभियान चलाया गया, जिसमें आम नागरिकों को आग लगने की स्थिति में बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस अभियान के तहत दमकल विभाग की टीम ने शहर के विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को अग्निशमन उपकरणों के सही इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया। फायर एक्सटिंग्विशर, जल-बाल्टियां, सैंड बैग्स आदि का प्रदर्शन कर आम लोगों को सिखाया गया कि किस प्रकार से इन उपकरणों का उपयोग कर आग पर काबू पाया जा सकता है।
इसके अलावा विभाग ने आग लगने की स्थिति में तत्काल संपर्क करने के लिए हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी दी। ग्रामीण इलाकों में जाकर जागरूकता फैलाना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था, क्योंकि गांवों में आग से जुड़ी घटनाएं अधिक होती हैं और संसाधनों की कमी के चलते स्थिति बिगड़ सकती है।
जागरूकता कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, दुकानदारों और गृहिणियों ने भी भाग लिया। इस पहल की सराहना करते हुए लोगों ने कहा कि ऐसी जानकारी न सिर्फ सुरक्षा के लिए जरूरी है बल्कि इससे आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
3. राठ में कारीगर पर हत्या और सोना चोरी का आरोप
हमीरपुर के राठ कस्बे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक स्वर्ण आभूषण कारीगर के खिलाफ हत्या और करोड़ों रुपये के आभूषण चोरी का मामला दर्ज किया गया है। ध्रूराम सोनी नामक व्यक्ति की संदिग्ध हालत में मौत हो गई और उसके साथ ही लगभग 50 लाख रुपये का सोना भी गायब पाया गया।
ध्रूराम की मौत के बाद जब जांच की गई तो सामने आया कि पास के कई सर्राफा व्यापारियों का भी कीमती सोना उसी कारीगर के पास काम के लिए जमा था। अनुमान है कि कारीगर करीब 6 करोड़ रुपये मूल्य का सोना लेकर फरार हो गया। व्यापारियों में इस घटना के बाद भारी आक्रोश है।
पुलिस ने तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कारीगर की तलाश जारी है और सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सर्राफा व्यवसाय से जुड़े लोगों की मानें तो यह योजना पूर्व नियोजित लगती है क्योंकि आरोपी लंबे समय से व्यापारियों के विश्वास को जीतने में लगा था।
यह मामला न केवल आर्थिक हानि का प्रतीक है बल्कि व्यापारियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
4. जरिया में एक्सप्रेसवे हादसा: डिवाइडर से टकराई कार
जरिया क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सोमवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकरा गई, जिससे कार में सवार छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयानक था कि कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए।
घायलों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। घटना के तुरंत बाद पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि चालक को झपकी आ गई थी, जिस वजह से वह वाहन से नियंत्रण खो बैठा।
यह एक्सप्रेसवे पहले भी कई बार हादसों का गवाह बन चुका है। लोगों की मांग है कि प्रशासन को यहां बेहतर संकेतक, स्पीड कंट्रोल सिस्टम और रोड सेफ्टी उपाय लागू करने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
5. छिमौली गांव में सड़क निर्माण को लेकर सक्रियता
मौदहा तहसील के अंतर्गत आने वाले छिमौली गांव में लंबे समय से संपर्क मार्ग की खराब स्थिति से लोग परेशान हैं। लेकिन अब इस दिशा में राहत भरी खबर सामने आई है। जिलाधिकारी ने खुद इस गांव का दौरा कर संपर्क मार्ग को जल्द बनवाने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के मौसम में यह रास्ता कीचड़ और जलभराव से भर जाता है, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों को विशेष परेशानी होती है। साथ ही, आपात स्थिति में एम्बुलेंस जैसी सेवाएं भी गांव तक नहीं पहुंच पातीं।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया जाए और उसमें गुणवत्ता का भी ध्यान रखा जाए। इस घोषणा से गांव के लोगों में खुशी की लहर है।
6. पेंशनर्स ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
हमीरपुर जिले में आज पेंशनर्स संघ के सदस्यों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि वर्षों की सेवा देने के बाद भी पेंशनर्स को न तो समय से पेंशन मिल रही है और न ही अन्य सुविधाएं। इसी को लेकर वे लंबे समय से अपनी मांगों को शासन के सामने रख रहे हैं।
ज्ञापन में प्रमुख मांगों में महंगाई भत्ते की समयबद्ध अदायगी, चिकित्सा सुविधाएं, पेंशन में पारदर्शिता और राज्य स्तर पर पेंशनर्स कल्याण बोर्ड की स्थापना शामिल हैं। वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि वे बार-बार अपनी आवाज उठाते हैं, लेकिन सरकार की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए जाते।
पेंशनर्स संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि जल्द ही मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिलाधिकारी ने ज्ञापन को संज्ञान में लेने और शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
7. भरुआसुमेरपुर में फैक्ट्रियों के बंद संयंत्रों से बढ़ा प्रदूषण
भरुआसुमेरपुर क्षेत्र में स्थित कई फैक्ट्रियों ने अपने संयंत्र बंद कर दिए हैं, जिसके चलते प्रदूषण की समस्या तेजी से बढ़ रही है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि जब संयंत्र चलते थे तब कुछ हद तक प्रदूषण नियंत्रण की प्रक्रिया होती थी, लेकिन अब बंद पड़े संयंत्रों से निकलने वाला रासायनिक कचरा और बदबू लोगों के लिए परेशानी बन गई है।
स्थानीय निवासियों ने पर्यावरण विभाग से शिकायत करते हुए कहा कि बंद फैक्ट्रियों से आसपास का वातावरण इतना प्रदूषित हो चुका है कि सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों को लगातार श्वास संबंधी समस्याएं हो रही हैं। वहीं, पानी के स्रोत भी प्रभावित हो रहे हैं।
प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है और पर्यावरण अधिकारियों की एक टीम को क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए भेजा गया है। यदि समय रहते उचित उपाय नहीं किए गए, तो यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है।
8. कुलपहाड़ में पुलिया से टकराई क्रूजर, लगी आग
कुलपहाड़ कस्बे में एक दर्दनाक हादसा सामने आया जब एक तेज रफ्तार क्रूजर वाहन पुलिया से टकराकर पलट गया और उसमें आग लग गई। इस वाहन में कुल 12 यात्री सवार थे, जिन्होंने किसी तरह कूदकर अपनी जान बचाई। गाड़ी पूरी तरह जलकर राख हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाहन तेज गति में था और चालक नियंत्रण खो बैठा। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और यात्रियों को बाहर निकाला। दमकल विभाग को सूचना दी गई, लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड पहुंची, गाड़ी जल चुकी थी।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क पर स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाने की मांग की है। प्रशासन की ओर से जांच की जा रही है और वाहन चालक से भी पूछताछ की गई है।
9. अजनर में कुएं में मिला तीन दिन से लापता महिला का शव
महोबा जिले के अजनर क्षेत्र में एक महिला जो तीन दिन से लापता थी, उसका शव आज एक कुएं में मिला। यह खबर पूरे गांव में सनसनी फैलाने वाली रही। महिला की पहचान गांव की निवासी के रूप में हुई है और परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले ही दर्ज करवा दी थी।
शव की हालत को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि मौत दो से तीन दिन पहले हो चुकी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है कि यह आत्महत्या है, दुर्घटना है या हत्या।
महिला के परिवार वालों का कहना है कि उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी और वह मानसिक रूप से भी स्वस्थ थी। फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और कॉल रिकॉर्ड, रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है। गांव में घटना को लेकर भय और चिंता का माहौल है।
10. महोबा में मूंगफली बिक्री भुगतान में देरी, किसानों का प्रदर्शन
महोबा में किसानों ने मूंगफली की बिक्री के भुगतान में हो रही देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि उन्होंने सरकारी क्रय केंद्रों पर मूंगफली बेची थी, लेकिन कई हफ्ते बीत जाने के बावजूद उन्हें भुगतान नहीं किया गया। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।
किसानों ने जिला प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि वे बार-बार चक्कर काट चुके हैं लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं। इनमें से कई किसान बैंकों और साहूकारों के कर्जदार हैं और फसल की रकम न मिलने से उन्हें ब्याज भरने तक की मुश्किल हो रही है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि भुगतान तुरंत नहीं किया गया तो वे कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे। प्रशासन ने जांच कर तुरंत भुगतान के निर्देश दिए हैं और संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। किसान संगठनों ने कहा कि अब वे सिर्फ आश्वासन से नहीं मानेंगे।
11. महोबकंठ में किशोरी जेवर और नगदी लेकर फरार
महोबा जिले के महोबकंठ क्षेत्र में एक किशोरी के अचानक लापता हो जाने से सनसनी फैल गई। परिजनों का आरोप है कि किशोरी अपने साथ घर से 90 हजार रुपये नकद और कीमती जेवरात भी ले गई है। परिजनों ने हमीरपुर जिले के रहने वाले युवक जितेंद्र पर किशोरी को भगाने का आरोप लगाया है।
परिजनों ने बताया कि किशोरी सुबह के समय घर से निकली और वापस नहीं लौटी। जब घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की तो अलमारी से नगदी और जेवरात गायब पाए गए। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने युवक जितेंद्र का नाम लेकर बताया कि पिछले कुछ समय से वह किशोरी से संपर्क में था।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और किशोरी की तलाश के लिए टीमें रवाना कर दी हैं। साथ ही, संबंधित युवक के परिवार से भी पूछताछ की जा रही है। घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं और लोग इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं।
12. महोबा में ध्वस्त किए गए 107 विद्यालय, नहीं मिला पुनर्निर्माण का बजट
महोबा जिले में शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। जिले के विभिन्न इलाकों में कुल 107 विद्यालयों को जर्जर और असुरक्षित बताकर ध्वस्त कर दिया गया था, लेकिन अब तक उनके पुनर्निर्माण के लिए कोई बजट जारी नहीं किया गया है। इससे बच्चों की शिक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है।
विद्यालय ध्वस्त होने के बाद छात्रों को या तो अन्य स्कूलों में शिफ्ट किया गया है या खुले में पढ़ाई करने को मजबूर किया गया है। कई ग्रामीण इलाकों में तो छात्रों को 5 से 10 किलोमीटर दूर स्कूल जाना पड़ रहा है, जिससे छात्राओं की पढ़ाई पर विशेष रूप से असर पड़ा है।
शिक्षकों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से पुनर्निर्माण के लिए बजट की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो जिले की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। शासन ने फिलहाल इस मामले पर कोई स्पष्ट वक्तव्य नहीं दिया है।
13. महोबा में कार की टक्कर से पलटा ऑटो, वृद्धा की मौत
महोबा जिले में एक और सड़क हादसा सामने आया जब एक तेज रफ्तार कार ने ऑटो को टक्कर मार दी, जिससे ऑटो पलट गया। हादसे में ऑटो में सवार बुजुर्ग महिला, बांदा निवासी राजकुमारी की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने इलाके में शोक की लहर फैला दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार चालक बहुत तेज गति से वाहन चला रहा था और मोड़ पर नियंत्रण खो बैठा। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो कई फीट दूर जाकर पलट गया। ऑटो में सवार अन्य लोग भी घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है और चालक को हिरासत में लिया गया है। जांच के बाद उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों ने दुर्घटना स्थल पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए आवश्यक इंतजामों की मांग की है, जिससे ऐसे हादसों से बचा जा सके।
14. जेईई मेन्स में सेठ छोटेलाल स्कूल के सात छात्रों की सफलता
हमीरपुर जिले के सेठ छोटेलाल स्कूल ने शिक्षा क्षेत्र में एक बार फिर नाम रोशन किया है। जेईई मेन्स परीक्षा में इस स्कूल के सात छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। यह उपलब्धि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है और स्कूल प्रबंधन व शिक्षकों ने छात्रों को बधाई दी है।
इन छात्रों ने कठिन परिश्रम और नियमित अध्ययन से यह मुकाम हासिल किया है। परीक्षा में सफल छात्रों ने बताया कि उनकी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकगण और विद्यालय की सुविधाओं को जाता है। स्कूल द्वारा समय-समय पर आयोजित मॉक टेस्ट और सेमिनारों ने भी उनकी तैयारी में अहम भूमिका निभाई।
इस सफलता से जिले के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल बनेगा। प्रशासन ने भी इन विद्यार्थियों की प्रशंसा की है और भविष्य में और बेहतर अवसर प्रदान करने की बात कही है।
15. हमीरपुर में पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों का सत्यापन शुरू
हमीरपुर जिले में पुलिस भर्ती के तहत चयनित अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन आज से शुरू हो गया है। सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी जिला मुख्यालय पर पहुंचे और अपने दस्तावेजों की जांच करवाई। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से की जा रही है।
सत्यापन केंद्र पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अभ्यर्थियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो इसके लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। डॉक्युमेंट्स की जांच के बाद योग्य अभ्यर्थियों को आगे की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
अभ्यर्थियों में इस प्रक्रिया को लेकर उत्साह है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही उन्हें नियुक्ति पत्र भी मिल जाएगा। जिले में बेरोजगारी की स्थिति को देखते हुए यह भर्ती युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो रही है।
निष्कर्ष
हमीरपुर और महोबा जिलों की दिनभर की खबरें बताती हैं कि इस क्षेत्र में जहां एक ओर तापमान लोगों की परीक्षा ले रहा है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक गतिविधियाँ भी अपनी जगह पर सक्रिय हैं। शिक्षा, सड़क सुरक्षा, पर्यावरण और किसान जैसे मुद्दे इस क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं और प्रशासन को इन पर तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है।
FAQs
-
हमीरपुर के कुपरा गांव में तापमान कितना दर्ज किया गया?
कुपरा गांव में तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। -
दमकल विभाग का जागरूकता अभियान किस जिले में चला?
महोबा जिले में अग्निशमन सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया। -
राठ कस्बे में किस पर हत्या और सोना चोरी का आरोप लगा?
एक स्वर्ण आभूषण कारीगर पर हत्या और 50 लाख का सोना ले जाने का आरोप है। -
महोबा में कितने विद्यालय ध्वस्त किए गए और बजट क्यों नहीं मिला?
107 विद्यालय ध्वस्त किए गए लेकिन अब तक पुनर्निर्माण के लिए बजट नहीं मिला। -
सेठ छोटेलाल स्कूल के कितने छात्रों ने जेईई मेन्स परीक्षा पास की?
कुल 7 छात्रों ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की।