
हमीरपुर में दहेज के ताने से नाराज दुल्हन जीजा संग फरार
दहेज के ताने से नाराज दुल्हन जीजा संग फरार
हमीरपुर की चौंकाने वाली घटना
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को चौंका दिया। दुल्हन, जो अभी विदाई के 24 घंटे भी ससुराल में नहीं बिता पाई थी, अपने ही जीजा के साथ फरार हो गई। ये कहानी किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगती, लेकिन ये हकीकत है।
कब और कहां की है यह घटना?
यह मामला हमीरपुर जिले के बिवांर थाना क्षेत्र का है। तारीख थी 19 मई की शाम, जब पूरे गांव की नज़रें एक नई दुल्हन की रस्मों पर टिकी थीं। लेकिन उसी शाम सबकुछ बदल गया।
विवाह और विदाई की पूरी कहानी
दूल्हे की बारात 17 मई को जलालपुर थाना क्षेत्र में गई थी। 18 मई को दुल्हन की विदाई के बाद वह अपने ससुराल पहुंची। वहां परंपरागत रस्में निभाई गईं — हाथा लगाना, पूजा-पाठ, और खान-पान। लेकिन 19 मई की शाम, एक अनहोनी ने सबको स्तब्ध कर दिया।
अचानक गायब हो गई दुल्हन
दूल्हा पान लाने गया और पीछे से हुआ कांड
जिस वक्त दूल्हा पान लेने बाजार गया था, उसी वक्त दुल्हन अपने कमरे से निकल गई। उसके जाते ही घटनाक्रम तेजी से बदला।
जीजा की संदिग्ध एंट्री और फरारी
दुल्हन का जीजा दो अज्ञात लोगों के साथ कार में ससुराल पहुंचा। बिना किसी को शक हुए, दुल्हन को कार में बिठाकर वह फरार हो गया।
पीछा करने की कोशिश नाकाम
परिवार वालों ने कार का पीछा करने की कोशिश की लेकिन वह गाड़ी कुछ ही मिनटों में ओझल हो गई। हर कोई हैरान था – आखिर दुल्हन ने ऐसा क्यों किया?
दुल्हन के गहनों की कीमत भी चर्चा में
पांच लाख के गहनों समेत हुई फरार
दूल्हे के पिता ने बिवांर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि दुल्हन करीब पांच लाख रुपये के गहने पहने थी। ये आरोप मामले को और भी गंभीर बना देता है।
पुलिस जांच और कार्रवाई
दुल्हन बरामद, जीजा गायब
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दुल्हन को उसके जीजा के घर से बरामद कर लिया। हालांकि जीजा मौके से फरार हो चुका था।
पूछताछ में सामने आई वजह
पुलिस ने जब दुल्हन से पूछताछ की तो उसने जो बताया, वो और भी चौंकाने वाला था।
दहेज के ताने से परेशान थी दुल्हन
दुल्हन का आरोप था कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे कम दहेज लाने को लेकर ताने मार रहे थे। वह मानसिक रूप से टूट चुकी थी और इसी वजह से उसने ये कदम उठाया।
समाज में बढ़ते ऐसे मामले
दहेज प्रथा की कड़वी सच्चाई
भारत जैसे देश में आज भी दहेज जैसी कुप्रथा का बोलबाला है। चाहे जितनी भी पढ़ाई-लिखाई हो जाए, ये सोच अब भी कई घरों में जड़ें जमाए बैठी है।
कानून क्या कहता है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 498A और दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के तहत दहेज लेना-देना दोनों अपराध हैं। लेकिन सामाजिक दबाव के चलते कई मामले सामने नहीं आ पाते।
इस मामले से क्या सीख मिलती है?
रिश्तों में सम्मान और समझ जरूरी
शादी सिर्फ रस्मों से नहीं, आपसी समझ और इज्जत से टिकती है। अगर दुल्हन को शुरू से सम्मान और अपनापन मिलता, तो शायद वह ऐसा कदम नहीं उठाती।
निष्कर्ष
हमीरपुर की यह घटना न सिर्फ एक पारिवारिक हादसा है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक आईना है। जहां दहेज जैसे मुद्दे आज भी महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। हमें सोचने की जरूरत है — क्या वाकई हम आधुनिक हो चुके हैं? या अब भी पुराने रिवाजों में जकड़े हुए हैं?
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. इस मामले में दुल्हन को क्या सजा मिली?
नहीं, दुल्हन को कोई सजा नहीं मिली। उसे बहन के सुपुर्द कर दिया गया और जांच अभी जारी है।
2. क्या जीजा के खिलाफ FIR दर्ज हुई है?
अभी तक जीजा को थाने में हाजिर होने को कहा गया है। हाजिर न होने पर रिपोर्ट दर्ज होगी।
3. दहेज प्रताड़ना के खिलाफ कौन-कौन सी धाराएं लागू होती हैं?
498A, 304B IPC और दहेज निषेध अधिनियम की धाराएं लागू की जा सकती हैं।
4. क्या गहनों की बरामदगी हुई?
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस पर जांच चल रही है, फिलहाल गहनों के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है।
5. क्या यह मामला कोर्ट तक जाएगा?
अगर जीजा हाजिर नहीं होता और परिवार केस दर्ज कराता है, तो मामला कोर्ट में जा सकता है।